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प्रतिज्ञा पत्रआचार्य श्री ज्ञानसागराय नमः श्री वर्धमानाय नमः आचार्यश्रीविद्यासागरायनमः ज्ञानवर्धनीपाठशाला gyanvardhanipathshala@gmail.com (9827235603) प्रतिज्ञापत्र दिगम्बर जैन श्रमण संस्कृति के राजहंस परम पूज्य संत शिरोमणि आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज के स्वर्णिम दीक्षा दिवस वीर निर्वाण संवत 2543 आषाढ़ शुक्ल पंचमी के पुनीत अवसर पर मैं आचार्य श्री को साक्षी मानकर जीवनपर्यंत के लिए निम्न प्रतिज्ञा करता हूँ | 1. वीतरागी देव, शास्त्र, गुरु में परम श्रद्धा रखूंगा, केवल वही मेरे आराध्य है | 2. प्रतिदिन देवदर्शन करूंगा | (सूतक , पातक ,अशुद्धि , बीमारी, जिन मंदिर ना होने आदि की विशेष परिस्थिति को छोड़कर ) 3. श्रावक के षत आवश्यक का पालन करुंगा देव पूजा, गुरु उपासना, स्वाध्याय, संयम, तप, दान ) 4. मैं अष्ट मूलगुण का पालन करुंगा / करुंगी यथा पंच उदंबर (बड़, पीपल, उमर, कठूमर, पाकर ) एवं तीन मकार (मद्य, मांस और मधु ) का त्याग करता हूँ | 5. प्रतिदिन 9 बार णमोकार मंत्र का स्मरण करुंगा | 6. गर्भपात ना करुंगा और ना ही अनुमोदना करुंगा एवं आत्म हत्या भी नहीं करुंगा | 7. विधर्मीय विवाह नहीं करुंगा एवं अनुमोदना भी नहीं करुंगा | 8. अपनी मासिक आय का---------------------- दान करुंगा | 9. पारिवारिक कार्यक्रम के सामूहिक भोज में रात्रि भोज एवं जमीकंद का उपयोज नहीं करुंगा | 10. हिंसक सौन्दर्य प्रसाधना एवं चमड़ा निर्मित वस्तुओं का उपयोग नहीं करुंगा | 11. प्रतिमाह में -------------- दिवस ब्रम्हचर्य व्रत का पालन करुंगा | 12. प्रतिमाह में -------------- दिवस रात्रि में अन्न का त्याग करुंगा | 13. प्रतिमाह में------------------दिवस रात्रि में चारो प्रकार के आहार का त्याग रखुँगा | 14 . प्रतिमाह में------------------------ दिवस अभिषेक करुंगा (पुरुष के लिए ) 15. प्रतिमाह में ------------------------- दिवस पूजन करुँगी (महिलाओं के लिए ) दिनांक :- प्रतियाकर्ता के हस्ताक्षर नाम :-clickhere पता :- मो :- ईमेल :- |
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